कॉंग्रेस पार्टी द्वारा उत्तराखण्ड के परिप्रेक्ष्य में जारी किये गए न्याय घोषणा पत्र को महज एक ढकोसला बतायाः जोशी
खटीमाः उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त मंच के केंद्रीय महासचिव भगवान जोशी ने कॉंग्रेस पार्टी द्वारा उत्तराखण्ड के परिप्रेक्ष्य में जारी किये गए न्याय घोषणा पत्र (युवा न्याय ,नारी न्याय,किसान न्याय ,श्रमिक न्याय)आदि को महज एक ढकोसला बताते हुए कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी ने दस वर्षों तक सत्ता सुख भोगा उनके केंद्रीय नेतृत्व द्वारा42 शहादतों व् हजारों सक्रिय आंदोलनकारियों के त्याग,बलिदान ,व् संघर्ष केबाद अस्तित्व में आये राज्य के आंदोलनकारियों पर हो रहे अन्याय पर चुप्पी साधने को बेहद शर्मनाक तथा अनैतिक बताया।
वरिष्ठ आंदोलनकारी जोशी ने आरोप लगाया कि उत्तराखण्ड की जनता पर दमनकारी रही समाजवादी पार्टी से राष्ट्रीय स्तर पर समझौता कर कांग्रेस विवेकशून्य हो गई है।जिससे यह साबित हो जाता है कि1994 से 2000 तक उत्तराखण्डियों पर हुए जुल्म व् अत्याचार से इनको कोई सरोकार नही है,तथा हजारों चिन्हित व् गैर चिन्हित वास्तविक आंदोलनकारियों के प्रति वर्तमान सरकार द्वारा किये जा रहे सौतेले व्यवहार को कांग्रेस पार्टी जायज मानती है । उन्होंने चेतावनी दी है कि किसी भी राष्ट्रीय या क्षेत्रीय पार्टी द्वारा 1994 के उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी महान जनशक्ति को भुलाकर अपना घोषणा पत्र जारी किया गया तो हजारों चिन्हित व् गैर चिन्हित राज्य आंदोलनकारी आगामी लोकसभा चुनाव में इनका बायकॉट करेंगे। चूंकि उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन में शहीद,घायल ,प्रताड़ित तथा मुज्जफर नगर कांड की पीड़ित को आज दिन तक न्याय नही मिला है ऐसे में न्याय घोषणा पत्र में राज्य आंदोलनकारियों को स्थान न देना राज्य आंदोलनकारियों का घोर अपमान व् बेहद शर्मनाक कृत्य है।