उत्तराखंड की मंगलौर व बद्रीनाथ विधानसभा में उपचुनाव की दरकार
देहरादून: कांग्रेस ने उत्तराखंड की रिक्त मंगलौर व बद्रीनाथ विधानसभा में उपचुनाव कराने की मांग की है। गौरतलब है कि बीते 30 अक्टूबर 2023 को बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन व मार्च 2024 में कांग्रेस विधायक राजेन्द्र भण्डारी के भाजपा में शामिल होने के बाद हरिद्वार जिले की मंगलौर सीट रिक्त हो गयी है। गौरतलव है कि 30 अप्रैल को मंगलौर विधानसभा को रिक्त हुए 6 महीने होने जा रहे हैं।शुक्रवार को उत्तराखंड कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुरुषोत्तम से मुलाकात कर उपचुनाव कराने की मांग की है।
गौरतलब है कि स्व० सरवत करीम अंसारी जो 33-मंगलौर विधानसभा क्षेत्र से 5वीं उत्तराखंड विधान सभा के लिए विधायक चुने गए थे । उनके चुनाव को क़ाज़ी निजामुद्दीन द्वारा उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई थी। लेकिन सरवत करीम अंसारी के इंतकाल के बाद वापस लेने की एप्लीकेशन नवंबर महीने में ही डाल दी गई थी। प्रवक्ता दसौनी ने बताया कि हाल ही में उच्च न्यायालय ने आदेश काजी की याचिका वापस लेने का निवेदन स्वीकार कर लिया। चूंकि सरवत करीम अंसारी का निधन 30 अक्टूबर को हो चुका है, उनके निधन के परिणामस्वरूप, आर.पी. अधिनियम, 1951 की धारा 150 के अनुसार एक आकस्मिक रिक्ति उत्पन्न हुई, जिसे धारा 151-ए के अनुसार 6 महीने के भीतर यानी 30 अप्रैल, 2024 के भीतर भरा जाना आवश्यक है।
प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से निवेदन किया कि मंगलौर और बद्रीनाथ निर्वाचन क्षेत्र के लिए जल्द से जल्द उपचुनाव कराया जाए। प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को बताया कि 30 अप्रैल 2024 को स्वर्गीय सरवत करीम अंसारी के इंतकाल हुए 6 महीने का समय पूरा हो जाएगा।
इस निर्वाचन क्षेत्र जिसका 30 अक्टूबर 23 से कोई प्रतिनिधित्व नहीं है।लिहाजा उत्तराखंड विधानसभा में अपना निर्वाचित प्रतिनिधि दिलवाने का कष्ट करें। प्रतिनिधि मंडल में उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन) मथुरादत्त जोशी, मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी, महेंद्र सिंह नेगी, अमरजीत सिंह, प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट शामिल रहे।