नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने पॉलिटेक्निक संस्थानों में विभिन्न ब्रांचों को बंद करने के सरकार के फैसले की कड़ी आलोचना की
देहरादून : नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने राज्य की धामी सरकार के पॉलिटेक्निक संस्थानों में विभिन्न ब्रांचों को बंद करने के फैसले की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इस कदम को युवाओं के रोजगार अवसरों के खिलाफ बताया।
श्री आर्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 12 अगस्त 2015 के वक्तव्य का हवाला देते हुए कहा कि देश को तकनीकी शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट की जरूरत है ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके विपरीत, धामी सरकार के प्राविधिक शिक्षा विभाग ने राज्य के 15 पॉलिटेक्निक कॉलेजों में ब्रांचें बंद करने का निर्णय लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि बंद की जाने वाली ब्रांचों में बिग डेटा,गेमिंग और एनीमेशन और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसी तकनीकी रूप से उन्नत और अत्यधिक प्रचलित विषय शामिल हैं। आर्य ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह तकनीकी रूप से प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है और अब उनके भविष्य के अवसरों को भी समाप्त करने पर आमादा है। उन्होंने कहा कि सरकार निजी संस्थानों को बढ़ावा देकर आर्थिक रूप से कमजोर और मध्यम वर्ग के युवाओं के साथ अन्याय कर रही है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की कि इस निर्णय पर पुनर्विचार करें, क्योंकि भविष्य में इन ब्रांचों की मांग बढ़ेगी। साथ ही, उन्होंने सुझाव दिया कि छात्रों को जागरूक करने के लिए विज्ञापन और अवेयरनेस कैंपेन चलाए जा सकते हैं। कांग्रेस इस मुद्दे पर सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करने के लिए प्रतिबद्ध है।