बादल फटने से एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत, केदारनाथ मार्ग बंद
उत्तराखंड में बुधवार शाम मूसलाधार बारिश से हाहाकार मच गया। पहाड़ से मैदान तक अलग अलग घटनाओं में 9 लोगों की मौत की खबर है। टिहरी के नौताड में बादल फटने से एक ही परिवार के तीन लोग काल के गाल में समा गए।
भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में बादल फटने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया कि नौताड़ तोक में एक होटल बह गया। जिसमें होटल स्वामी भानु प्रसाद(50), उनकी पत्नी नीलम देवी(45) व पुत्र विपिन(28) लापता थे। रेस्क्यू अभियान के दौरान भानु और उनकी पत्नी नीलम का शव घटनास्थल से 100 मीटर दूरी पर बरामद कर लिया गया है। वहीं, लापता युवक विपिन घायल अवस्था में मिला है।
मलबा मुंह में भर जाने के कारण विपिन को सीने में तकलीफ और सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। रात दो बजे विपिन को पिलखी से एम्स ले जाने लगे। लेकिन रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया।
नौताड़ तोक में बादल फटने के बाद नुकसान को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जखन्याली ग्राम पंचायत की प्रधान के पति दीपक श्रीयाल से मोबाइल पर बात की। घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री ने गहरा दुख व्यक्त किया। ग्रामीणों को हर संभव मदद का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री हालात का जायजा लेने व प्रभावितों से मुलाकात करने थोड़ी देर में टिहरी रवाना हो रहे हैं।
केदारनाथ पैदल मार्ग पर बादल फटा
केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगलचट्टी से भीमबली के बीच लिंचोली के पास बादल फटने से मंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशाने से ऊपर पहुंच गया है। सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने देर रात गौरीकुंड और सोनप्रयाग में बाजारों के साथ होटल और लॉज को खाली करवा दिया। तप्तकुंड और केदारनाथ पैदल मार्ग को करीब 30 मीटर हिस्सा बह गया है। एहतियात के तौर पर 200 लोगों को जीएमवीएन के गेस्ट हाउस और पुलिस चौकी में ठहराया गया है। गौरीकुंड से सोनप्रयाग के बीच चट्टान रास्ते पर गिरने की भी सूचना है।