उत्तराखंड

केदारनाथ में बड़ा हादसा टला, चॉपर की इमरजेंसी लैंडिंग

केदारनाथ:केदारनाथ धाम में शुक्रवार सुबह एक बड़ा हादसा होते होते टल गया। केदारनाथ धाम के हेलीपैड से करीब 100 मीटर पहले सुबह करीब 7.30 बजे एक चॉपर ने इमरजेंसी लैंडिंग की, लेकिन लैंडिंग करते वक्त हेलीपैड से पहले ही चॉपर फिसलकर दूसरी तरफ लुढ़क गया। बाबा केदार की कृपा और पायलट की सूझबूझ से चॉपर में सवार 6 यात्रियों की जान बाल बाल बच गई। बताया जा रहा है कि तकनीकी खराबी के कारण ये हादसा हुआ। फिलहाल उकाडा और डीजीसीए ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं।

जानकारी के मुताबिक शुक्रवार सुबह 7.30 के करीब क्रिस्टल एविएशन के हेलीकॉप्टर को केदारनाथ धाम के हेलीपैड पर लैंडिंग करनी थी। ये चॉपर 6 यात्रियों को लेकर शेरसी हेलीपैड से आ रहा था। लेकिन लैंडिंग से पहले चॉपर के रूडर में तकनीकी खराबी के कारण इसकी इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। पायलट कल्पेश ने हेलीपैड से पहले ही सुरक्षित इमरजेंसी लैंडिंग कराकर उसमें सवार यात्रियों की जान बचा ली। हालांकि लैंडिंग के वक्त चॉपर का पिछला हिस्सा उल्टा घूमने लगा जिससे हेलीपैड पर मौजूद अपनी बारी का इंतजार कर रहे यात्रियों में भी भगदड़ मच गई। लैंड होते ही चॉपर फिसलकर दूसरी तरफ लुढ़क गया। गनीमत रही कि हादसे में किसी को कोई नुकसान नही हुआ।

जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने कहा कि क्रिस्टल एविएशन कंपनी का हेली जिसने तीर्थ यात्रियों को लेकर शेरसी से केदारनाथ के लिए उड़ान भरी उसमें तकनीकी खराबी आ गई। इस कारण हेलीकॉप्टर को आपात स्थिति में केदारनाथ हेलीपैड से पहले ही लैंडिंग कराई गई. पायलट की सूझबूझ के कारण बड़ा हादसा होने से टल गया। पायलट ने अपना धैर्य नहीं खोया एवं सूझबूझ का परिचय देते हुए आपात स्थिति में हेलीकॉप्टर की लैंडिंग कराई। सभी तीर्थ यात्री सुरक्षित हैं. सभी यात्रियों को बाबा केदारनाथ के दर्शनों के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर में आई तकनीकी खराबी की जांच कराई जा रही है.

बता दें कि चारधाम यात्रा खासतौर से केदारनाथ यात्रा के लिए धड़ल्ले से हेलिकॉप्टर उड़ान भर रहे हैं।  रोजाना बड़ी संख्या में हेलीकॉप्टर तीर्थयात्रियों को लेकर केदारनाथ जाते हैं। यहां 9 कंपनियों के चॉपर उड़ रहे हैं। लेकिन कई बार ज्यादा भीड़ और मुनाफा कमाने के चक्कर में चॉपर की प्रॉपर चेकिंग नही हो पाती, पायलट के पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता, इसलिए केदारनाथ धाम की पहाड़ियों पर हादसे का डर बना रहता है।

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