प्रियंका गांधी ने रामनगर में रैली करके कांग्रेस में फूंकी ताकत
रामनगर: उत्तराखंड में 19 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए चुनाव प्रचार अंतिम दौर में पहुंच गया है। इसी के तहत भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की ताबड़तोड़ रैलियां जारी हैं। भाजपा जहा स्टार प्रचारकों के मामले में काफी आगे है, वहीं कांग्रेस ने प्रियंका गांधी की रैली से आज इसका आगाज किया। रामनगर में प्रियंका गांधी ने विशाल जनसभा को संबोधित किया और महंगाई, बेरोजगारी, पेपर लीक,अंकिता भंडारी केस, अग्निवीर समेत प्रदेश व देश के ज्वलंत मुद्दों पर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला।
प्रियंका गांधी ने कहा कि मोदी जी की सरकार नारी शक्ति की बड़ी बडी बातें करती है, लेकिन असल में मातृशक्ति के साथ छलावा करती रही है। प्रियंका ने कहा मोदी सरकार ने महिला आरक्षण का खूब ढोल पीटा, लेकिन पता चला कि अभी ये आरक्षण 7 साल बाद लागू होगा, तो फिर आपने लागू ही क्यों किया। प्रियंका ने महिला सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोदी जी की सरकार में मणिपुर में महिला के साथ क्या हुआ सबने देखा, हाथरस और उन्नाव में बेटियों के साथ बर्बरता सबने देखी। प्रियंका ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड कौन भूल सकता है? अंकिता के हत्यारों को संरक्षण कौन दे रहा है?
अग्निवीर के मुद्दे पर प्रियंका ने कहा कि आप देश के किसी कोने में चले जाइए, जनता एक ही बात कह रही है कि बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है। PM मोदी ने यहां पर अपने भाषण में सैनिकों की बात की, लेकिन अग्निवीर योजना कौन लाया? हजारों युवा सेना में जाने के लिए कई सालों तक मेहनत करते हैं, क्योंकि उनमें देशभक्ति की भावना होती है। लेकिन मोदी जी ने अग्निवीर जैसी योजना लाकर युवाओं की आशाओं को तोड़ दिया। वीरभूमि उत्तराखंड के जो नौजवान सेना में जाने का सपना देखते थे, वे आज निराश हैं। मोदी सरकार ने अग्निवीर योजना लाकर युवाओं का सपना तोड़ा है। कांग्रेस पार्टी की सरकार बनते ही अग्निवीर को रद्द करके सामान्य भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
प्रियंका ने कहा कि PM मोदी यहां पर पर्यटन की बात करते हैं, लेकिन यहां की सच्चाई बरोजगारी, महंगाई और पेपर लीक है। ये सब किसके राज में हो रहा है? 10 साल में मोदी जी ने क्या किया। आखिर कांग्रेस को कितना दोष देंगे। मोदी जी कहते हैं- कांग्रेस ने इतने वर्षों में कुछ नहीं किया। अगर कांग्रेस ने कुछ नहीं किया तो ये IIT, IIM, AIMS, ISRO जैसे संस्थान देश में कैसे आए।